शब ए बरात पर मुस्लिम समुदाय से अनुरोध?

शब ए बरात पर मुस्लिम समुदाय से अनुरोध? 

 मौलाना एजाज अहमद खान रज्जाकी जी की अपील!

कल जुमेरात को अरबी महीना शाबान की 14 तारीख है इसलिए जुम्मा और जुमेरात की बीच वाली रात शब ए बरात है!
 इस रात में अपने घर मे रह कर अल्लाह को याद करना ,उसकी इबादत करना ,खूब दुआ मांगना,  अपने गुनाहों की माफी मांगना, और दूसरे दिन रोजा रखना,हमारे नबी हजरत मोहमद  सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से साबित है! मगर कोई भी अमल (कार्य )एकत्रित(इकठ्ठा ) होकर करना हमारे प्यारे नबी और उनके सहाबा से साबित नहीं है!
शब ए बरात को हमारे नबी हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से एक बार अकेले कब्रिस्तान जाना भी साबित है उसके बावजूद बहुत से लोग इकट्ठे होकर मस्जिदों और कब्रिस्तानो में जाते हैं और विभिन्न तरीके से अल्लाह को याद करते हूये उसकी एबादत करते हैं इसलिए तमाम मुसलमानों से अपील की जाती है कि वर्तमान समय में जबकि पूरी दुनिया कोरूना जैसी महामारी से जूझ रही है हम अपने इस तरह की इबादतो से बचें!

 इस महामारी से बचने के लिए जब हम इस्लाम के फर्ज(जरूरी) इबादते जैसे मस्जिदों में जमात के साथ नमाज और जुम्मा की नमाज अदा करने पर पाबंदी लगा रखी है और इन इबादतो को जब हम लोग अपने अपने घरों में अदा कर रहे हैं तो भला शब ए बरात के अवसर पर हम नफली इबादतो को भला मस्जिदों और कब्रिस्तानो में कैसे अदा कर सकते है?
इस लिये मुस्लिम धर्मगुरुओं और समाजसेवियों से अनुरोध है कि वह अपने बच्चों और नौजवानों को शब ए बरात के अवसर पर उनके अपने अपने घरों से बाहर ना निकलने दें चिरागों का जलाना पटाखे फोड़ना मोटरसाइकिल से सड़कों पर घूमना जैसे रीत व रिवाज से उनको बचाये और हर संभव अपने घरों में रहकर रात को नफील नमाज़, दुआओ मे अपने गुनाहों की माफी और कोरोना जैसी महामारी से हिफाजत की दुआ करें, कुरान की तिलावत करते रहे यदी आप में शक्ति है तो अगले दिन जुमा को रोजा भी रखें! 
और हर तरह की मनगढ़ंत कार्य को जो आप लोग एकत्रित (इकठ्ठा ) होकर करते है वे बिल्कुल ना करें!

अपील: हजरत मौलाना एजाज अहमद खान रज्जाकी 
 अध्यक्ष तंजीम अबनाए दारलूम देवबंद
संपर्क सूत्र:9315147393,9891292113

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